Mumbai -Patna
श्री मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मंच पर बैठे हुए सभी नेतागण, यहां पर पधारे हुए हमारे मीडिया के दोस्तों, सारे नाम लेने की बजाए यही बेहतर होगा कि जो कोई इस स्टेज पर बैठे हैं, सभी को मैं नमस्ते करते हुए अपने चार शब्द आपके सामने रखूं।
आज की ये जो बैठक हुई, ये बहुत ही ठीक ढंग से सभी पार्टियों ने मिलकर चलाई। इसका उद्देश्य क्या था, ये तो उद्धव ठाकरे जी ने कहा है और हम इसकी कोशिश बहुत दिन से कर रहे हैं। जब मैं बैंगलोर में था, उस वक्त भी जो वहां पर मीटिंग हुई थी, इससे पहले पटना में हुई थी, उसके पहले तैयारी के लिए हमने, मेरे घर पर भी राहुल साहब और नीतीश साहब, तेजस्वी और हमारे पवार साहब, सभी ने मिलकर एक बार बात की। उसका एक ढांचा बना, उसके बाद जो नीतीश साहब के पटना में पहली मीटिंग हुई, उस मीटिंग में एक एजेंडा तय करने की बात हो गई और उसके बाद में बैंगलोर में बैठक हुई, अब यहां पर मुंबई में आज सभी लोगों ने मिलकर अपनी बात को रखा और खासकर के सबका उद्देश्य एक ही है कि महंगाई को कैसे कम करें, इसके लिए कैसे लड़ें, बेरोजगारी के लिए कैसे हम लड़ें और इतने प्राईसेज़ जो बढ़ रहे हैं, पेट्रोल और डीजल के और खासकर के मोदी जी हमेशा 100 रुपए बढ़ाते हैं, 2 रुपए कम करते हैं।
अब एलपीजी के जो दाम थे, वो करीब-करीब डबल हो गए हैं, लेकिन उन्होंने उसमें से सिर्फ 200 रुपए कम किए हैं, यानी 900 बाकी रहे। यानी कोई कम नहीं हुआ, पहले जो था, उससे ज्यादा बढ़ाए थे, उसको थोड़ा कम कर दिया, लेकिन इससे लाखों-करोड़ों रुपए उन्होंने कमाया। ये तो गरीबों से चोरी कर लिए और गरीबों की जेब काटी और लोगों को दिखाने के लिए 100-200 रुपए कम करना और कहना कि मैं गरीबों के लिए काम कर रहा हूं।
मोदी साहब गरीबों के लिए कभी भी काम नहीं करेंगे, ये यकीन मैं दिलाता हूं, क्योंकि उनकी हमेशा यही रणनीति रही है कि गरीबों के खिलाफ काम करते हैं, बड़े-बड़े उद्योगपति के साथ वो मिलजुलकर चलते हैं और यहां पर तो कल ही एक रिपोर्ट आपके सामने राहुल गांधी जी ने रखी थी। अडानी की संपत्ति कैसे बढ़ गई, बढ़ाई किसने और कैसे आज कम से कम 75,000 करोड़ रुपए गरीबों के जो पैसे थे, उनकी जेब में कैसे गए, ये सारी चीजें उन्होंने बताई।
तो ये जो है, इसके खिलाफ लड़ने के लिए, जो बड़े-बड़े सरमाएदार हैं और उनको जो पैसा जा रहा है गरीब का, तो उसको रोकने के लिए ‘इंडिया’ का जीतना जरूरी है और ‘इंडिया’ के जीतने के लिए ही इस मंच पर सभी लोग बैठे हैं।
तो इसीलिए हमने जो तय किया है, जो रेज्योलुशन भी आपने देखा है और उसी ढंग से उस रेजोल्यूशन पर काम करेंगे, हर जगह मीटिंग करेंगे, हर स्टेट कैपिटल में हम जाएंगे और जो ये मुद्दे हैं, इन्फ्लेशन का हो, बेरोजगारी का हो, हर चीज की जो बढ़त हो रही है, उसका हो और ऑटोनोमस बॉडीज का सत्यानाश कर रहे हैं और ईडी, सीबीआई, विजिलेंस, हर एक ऑटोनोमस बॉडी का मिसयूज कर रहे हैं, ऐसा कभी नहीं हुआ।
करीब-करीब, शरद पवार साहब के बाद मेरा नंबर लगता है, मैं भी 55 साल से पॉलिटिक्स में हूं और 52 साल से एमएलए, एमपी, राज्यसभा का मेंबर हूं, मैंने ऐसा नहीं देखा, किसी प्राईम मिनिस्टर ने ऐसा नहीं किया, लेकिन आज मोदी अचानक और एक बात की है कि बिजनेस एडवाईजरी कमेटी को नहीं पूछा, अपोजीशन लीडर को भी नहीं बुलाया, किसी को बुलाए बगैर वो पार्लियामेंट की डेट देकर स्पेशल सेशन बुला रहे हैं। अरे स्पेशल सेशन मणिपुर जल रहा था, तो आपने नहीं बुलाया, कोविड के वक्त नहीं बुलाया। जब चीन ने अपनी जमीन हड़प ली, कब्जा कर लिया, उसके लिए नहीं बुलाया, लोग तंग और तबाह… नोटबंदी के वक्त परेशान थे, माइग्रेंट वर्कर परेशान थे, उस वक्त नहीं बुलाया। जब-जब मुल्क मुश्किल में था, उस वक्त उन्होंने कभी नहीं बुलाया है, अब क्यों बुलाया है, मुझे मालूम नहीं, आज का एजेंडा क्या हैं, उनका मालूम नहीं। तो ये देश चलाने की रीत नहीं है, ये आहिस्ता-आहिस्ता डिक्टेटरशिप की तरफ जा रहे हैं और ये ध्यान में रखना चाहिए कि मीडिया उनके साथ है, वो एक उनके दिमाग में है। प्रेस मीडिया हो, टीवी हो, ये सारी चीजें मेरे पास हैं, ये उनका कहना है और हमको कभी-कभी ऐसा दिखता भी है। माफ करो, क्योंकि मैं ऐसा बोल रहा हूं समझकर, आप गुस्से में आकर हमारे खिलाफ मत लिखना (पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा)।
तो जो कुछ है वस्तुस्थिति, आपके भी मुंह को ताला लगाया, हाथ बांध दिए आपके भी लिखने के, ये सारी चीजें कर रहे हैं और आहिस्ता-आहिस्ता डिक्टेटरशिप की तरफ वो जा रहे हैं।
तो हम इसके खिलाफ लड़ने के लिए, उनकी विचारधारा के खिलाफ लड़ने के लिए, उनके जो बड़े करप्शन हैं, उनके जो इंस्टीट्युशनल करप्शन होते हैं, ऐसे छोटे-मोटे करप्शन वो नहीं करते हैं, लोगों को नहीं दिखना वो पूरा, लेकिन सीएजी रिपोर्ट में दिखाया है, कितने करोड़ घपले हो गए हैं। तो उनका करप्शन इंविजिबल है।
वो हमेशा अपनी बात ये कहते हैं कि मैं न खाऊंगा, न किसी को खाने दूंगा, लेकिन खाने तो सबको दे रहे हैं। अपनों को जो चाहते हैं, उनको तो दे रहे हैं, लेकिन लोगों को भूखा मार रहे हैं, लोगों को कुछ नहीं दे रहे हैं, तो इसके लिए हमने आवाज उठाई है और उसके तहत हमें काम करना है, आगे भी हमारी कहां मीटिंग होगी, हम तय करने वाले हैं, जल्द से जल्द वो भी मीटिंग होगी और बाकी के जो विषय हमने आपके सामने रखे हैं, उनके ऊपर हम लड़ते रहेंगे। वो डराने की कोशिश करते हैं, हम डरेंगे नहीं, ये हमारा वायदा है और हम हमेशा लड़ते रहेंगे और जीतते रहेंगे।
आज मुंबई में जो हमारे महाराष्ट्र विकास अघाड़ी ने जो ये स्टेप लेकर हमको बुलाया है, उद्धव जी ने लीड लिया है और बाकी कांग्रेस पार्टी, एनसीपी, सभी ने मिलकर ये जो एक यहां पर कार्यक्रम रखा और बहुत यशस्वी हुआ, इसलिए मैं उन महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के सभी नेताओं को धन्यवाद देता हूं और आप सभी को भी मैं धन्यवाद देता हूं, क्योंकि आगे की और भी मीटिंग्स हैं, वो डेट, टाइम, सभी बताएंगे और कहां-कहां मीटिंग हमारी होगी, बहुत सी 5-6 जगह पब्लिक मीटिंग होंगी, वो भी हम आपको बताएंगे और काम करते रहेंगे और मजबूती के साथ काम करते रहेंगे। इसको ढीला करने की कोशिश मोदी जी कितनी भी कोशिश करें, हम डरने वाले नहीं है।
इसीलिए मैं इतना हीं कहूंगा कि यूं तो हमेशा मोदी जी झूठ बोलते ही रहते हैं, लेकिन लोग उनको सच समझते हैं, लेकिन अभी भी मराठी में एक कहावत है, “खोट बोला पण रेटुन बोला…”, तो ऐसा उनका है। इसीलिए सब झूठ बोलते जाते हैं, लोगों में भ्रम डालते हैं, तो वो हम सबको एक्सपोज करना है, हम करते रहेंगे।
धन्यवाद!